बिलासपुर :- बिलासपुर न्यायधानी से एक बेहद दुखद और झकझोर देने वाली खबर सामने आई है। 4 नवंबर को हुई गतौरा–लालखदान रेल हादसे में आज एक और घायल ने दम तोड़ दिया है। इसके साथ ही इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। आज जिस व्यक्ति की मौत हुई है, उनका नाम तुलाराम अग्रवाल है। उनकी उम्र 62 वर्ष थी और वे आज़ाद नगर, बिल्हा, जिला बिलासपुर के निवासी थे। हादसे के बाद से ही वे एलाइट हॉस्पिटल में भर्ती थे, जहां आज इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।
इलाज के दौरान मौत
परिजनों के मुताबिक, तुलाराम अग्रवाल 4 नवंबर से लगातार अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। जैसे ही मौत की खबर सामने आई, परिवार में कोहराम मच गया।मृतक के परिजनों ने रेलवे प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि इस हादसे में रेलवे की घोर लापरवाही सामने आई है। उनका आरोप है कि हादसे के दिन ही उनके परिवार के एक सदस्य की मौत हो गई थी और तुलाराम अग्रवाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन रेलवे की ओर से न तो समुचित इलाज की व्यवस्था की गई और न ही सही तरीके से देखरेख हुई।
रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल
परिजनों ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर समय पर बेहतर इलाज और जिम्मेदारी निभाई जाती, तो आज तुलाराम अग्रवाल की जान बच सकती थी। उन्होंने रेलवे से मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा, इलाज का खर्च और परिवार के भरण-पोषण के लिए आर्थिक सहायता देने की मांग की है। पुलिस का कहना है कि इलाज के दौरान मौत हुई है और मामले की जांच जारी है। वहीं, हादसे के इतने दिनों बाद भी लगातार मौतें होना रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े कर रहा है।
अब सबसे बड़ा सवाल यही है।क्या पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा? क्या जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी?और क्या भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे?फिलहाल, पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।











