53 दिन बाद आज से भिलाई का मैत्रीबाग फिर से हुआ गुलजार

भिलाई। कोविड की तीसरी लहर के दौरान बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से मैत्रीबाग को बीते 7 जनवरी को बंद कर दिया गया था। 53 दिनों तक बंद रहने के बाद फिर एक बार 1 मार्च से मैत्रीबाग गुलजार होने जा रहा है। जू को खोलने की पूरी तैयारी पूरी कर ली गई है। यहां आने वाले पर्यटकों को कोविड गाइड लाइन का पालन करना जरूरी होगा। बिना मास्क के जू के अंदर किसी को भी प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा। पर्यटकों को अपने साथ सेनेटाइजर भी लाना होगा।

दुर्ग भिलाई सहित आस-पास के शहरों के लोगों के लिए मैत्रीबाग चिड़िया घर आकर्षण का केंद्र है। पूरे मध्य भारत में सबसे अधिक ह्वाइट टाइगर इसी चिड़िया घऱ में हैं। इसी वजह से यह लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पिछले लगभग दो महीने से इसके बंद होने से लोगों को पिकनिक मनाने दूर जाना पड़ता था। जारी आदेश के अनुसार पर्यटकों के लिए मैत्री बाग सुबह 9 से शाम 7 बजे तक खुलेगा। अब पर्यटकों को पहले की तरह ही पार्क में प्रवेश और घूमने की अनुमति होगी। प्रबंधन ने आने वाले लोगों से अपील की है कि जो भी पर्यटक मैत्री बाग घूमने आएं वह अपने साथ सेनेटाइजर और माक्स लगाकर जरूर आएं। इसेक साथ ही उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करना होगा।

मैत्रीबाग के मुख्य मार्ग से प्रवेश करने वालों का सबसे पहले टंप्रेचर लिया जाएगा। हांथ को सेनेटाइज कराया जाएगा। जिससे कोई भी संक्रमित वन्य प्राणियों तक पहुंचने न पाए। जू अंदर भी पर्यटकों को कोविड गाइडलाइन का पालन करना है। उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ अपने हाथों को भी थोड़ी- थोड़ी देर में सेनेटाइज करने रहना होगा। इनके लिए जू प्रबंधन ने विशेष निगरानी व्यवस्था की हुई है।

मैत्रीबाग में हर माह आते हैं एक लाख से अधिक पर्यटक
मैत्रीबाग में हर माह करीब एक लाख से अधिक पर्यटक आते हैं। हर पर्यटक को जू के अंदर प्रवेश करने के लिए निर्धारित शुल्क देना होता है। यह जू की आवक है। इसके अलावा भीतर में को खाने पीने की दुकाने भी हैं। इससे यहां पर्यटक घूमने के साथ खाने पीने का भी आनंद ले पाते हैं। बच्चों को लुभाने के लिए यहां मिनी ट्रेन भी चलवाई जाती है। इन सब चीजों का आनंद लेने के लिए यहां रोजाना 3-4 हजार पर्यटक आते हैं।

 

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