रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र सात मार्च यानी कल से शुरू होने जा रहा है। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नौ मार्च को साल 2022-23 का वार्षिक बजट पेश करेंगे। विपक्षी दल भाजपा ने ”बिगड़ती” कानून व्यवस्था समेत अन्य कई मुद्दों को लेकर सत्तारूढ़ कांग्रेस को घेरने का फैसला किया है। विधानसभा के अधिकारियों ने कहा कि सोमवार को बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल अनुसुइया उइके के अभिभाषण से होगी। इसके बाद उनके अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
उन्होंने काह कि राज्यपाल के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर आठ मार्च को चर्चा का प्रस्ताव है। राज्य के वित्त विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य सरकार का बजट नौ मार्च को पेश करेंगे। शनिवार तक सदन में 1682 प्रश्न विधायकों की ओर से प्राप्त किए गए जिनमें 854 तारांकित प्रश्न और 828 गैर-तारांकित प्रश्न हैं। इसके अलावा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव को लेकर 114 नोटिस और स्थगन प्रस्ताव को लेकर 10 नोटिस मिले हैं।
सत्र के दौरान कुल 13 बैठकें होंगी और इसका समापन 25 मार्च को होगा। इस बीच, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सत्र के दौरान विभिन्न मुद्दों खासकर ”बिगड़ती” कानून व्यवस्था को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए भजपा पूरी तरह तैयार है। सीमित बजट सत्र पर नाखुशी जताते हुए कौशिक ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार इतना छोटा बजट सत्र आयोजित किया जा रहा है, जो संसदीय परंपरा का उल्लंघन है।
कौशिक ने कहा, ”सत्र का आयोजन केवल 13 दिन के लिए किया गया है। इसकी अवधि और लंबी होनी चाहिए क्योंकि बहुत से मुद्दे हैं जिन्हें सदन में उठाने की जरूरत है।” भाजपा के एक नेता ने कहा कि उनकी पार्टी के विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत से शनिवार को मुलाकात कर अनुरोध किया कि सत्र को तय समय से पहले समाप्त नहीं किया जाना चाहिए।













