गरियाबंद कलेक्टर पर जागा ग्रामीणों का भरोसा, वनांचल के ग्रामीण अपनी समस्याओं से अवगत कराने कलेक्टर को सौंपेंगे ज्ञापन

मैनपुर। राजनीतिक गलियारों में वनांचल क्षेत्र के ग्रामीणों को शासन प्रशासन के द्वारा बुनियादी सुविधा दिलाने कृत संकल्पित होने का दावा तो किया जाता है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही होता है जिसके कारण बरसों से वनांचल में रहने वाले ग्रामीणों की दशा और दिशा जस के तस बनी हुई है। पहली बार हैं कि वनांचल में रहने वाले ग्रामीणों को एक उम्मीद गरियाबंद कलेक्टर से बंधी और हो भी क्यों नहीं पहली बार तो वनांचल के लोगो की समस्या को गंभीरता से ना केवल सुना गया अपितू उन समस्याओं को हल करने के उद्देश्य से कारगर कदम भी उठाया गया है।

वनांचल क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं का सफल क्रियान्वयन एवं बुनियादी सुविधाओं का अभाव देखा गया है। जिस कारण से शोषित पीड़ित वंचित समुदायो को शासन प्रशासन के साथ आर पार की लड़ाई लड़ने मजबूर भी होना पड़ता है। ऐसा ही मजबूर बेबस लाचार सैंकडो ग्रामीणों के द्वारा अपने क्षेत्रों में मूलभूत बुनियादी सुविधाओं के मांग के लिए कई बार शासन प्रशासन के पास आवेदन निवेदन करते करते थक हार गए अब गरियाबंद पहुंचकर कलेक्टर महोदया से सौजन्य मुलाकात करते हुए मांगों पर निराकरण के लिए मजबूती के साथ चर्चा करने का मन बनाए हैं। हम बताने जा रहे हैं।

तहसील मुख्यालय मैनपुर से 40 किलोमीटर की दूरी पर बसा क्षेत्र के 6 ग्राम पंचायत मे सबसे बड़ा पंचायत इंदागांव जो कि रायपुर देवभोग मार्ग नेशनल हाईवे 130 पर स्थित है। 6 से 7 ग्राम पंचायतों के ग्रामीणों सहित छत्तीसगढ़ सीमा में बसे उड़ीसा क्षेत्र के लोगों का आवाजाही दैनिक दिनचर्या वनोपज खरीदी बिक्री के लिए इंदागांव पर ही निर्भर हैं।

क्षेत्रवासियों के द्वारा बरसों से इंदागाँव मे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं राष्ट्रीय कृत बैंक खोले जाने के लिए शासन प्रशासन को आवेदन निवेदन के साथ ही समस्या समाधान ज्ञापन लगातार दिया जा रहा है। लेकिन इस दिशा में अभी तक ठोस पहल होता नहीं दिख रहा है।

इंदागांव में आसपास के 300 से अधिक बच्चे शैक्षणिक कार्य के लिए आते हैं और 40 से 50 गांव के लोग भी व्यवसायिक केंद्र बिंदु होने के कारण कई तरह के कार्य लेकर रोज आवाजाही करते है। जुगाड़ से लेकर साहेबिनकछार क्षेत्र कोदोमाली, पायलीखंड से लेकर फरसरा , बूडगेलटप्पा आदि गांव के लोग भी अपने दैनिक दिनचर्या के सामान के लिए इंदागांव से आश्रित रहते हैं।

इंदागांव से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित उड़ीसा के तालाकोट 15 किलोमीटर दूर नागलबोर्ड के लोग भी इंदागांव पर आश्रित रहते हैं।

इस क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के लिए विकासखंड मुख्यालय मैनपुर, देवभोग या फिर उड़ीसा के धरमगढ़ पर निर्भर रहना पड़ता है। वनांचल क्षेत्र होने के कारण इलाज के लिए ग्रामीणों को भयंकर परेशानी उठानी पड़ती है।

इसके अलावा क्षेत्र में राष्ट्रीय कृत बैंक का शाखा नहीं होने के कारण क्षेत्रवासियों को 40 से 50 किलोमीटर दूरी तय करके विकासखंड मुख्यालय मैनपुर जाना पड़ता है। अभी हाल ही में राजापडा़व क्षेत्र के वर्षों पुरानी मांग को जिले के कलेक्टर महोदया द्वारा ज्वलंतशील समस्याओं पर ठोस निर्णय लेते हुए शोभा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का शुभारंभ करके क्षेत्रवासियों का दिल जीत लिया गया है। इंदागांव क्षेत्र के मुखियाओ के द्वारा दो-चार दिन में गरियाबंद पहुंचकर क्षेत्रीय मांगों पर अमल के लिए कलेक्टर महोदया को ज्ञापन संप्रेषित करेंगे।

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