शहर में पानी चोरी को रोकने के लिए बिजली कटौती शुरू, इतने घंटे बंद रहेगी लाइट

भिलाई: भिलाई वासियों को अब बिजली कटौती का सामना करना पड़ेगा। दरअसल पानी चोरी को रोकने के लिए भिलाई नगर निगम ने बिजली कटौती करना शुरू किया है। निगम ने यह फैसला घरों में लगने वाले टुल्लू व अन्य मोटर पंप को रोकने के लिए किया है। 5 अप्रैल से सुबह 6.30 से 7.30 बजे तक बिजली कटौती की जा रही है। अब इस कटौती को बढ़ाकर सवा घंटे करने का फैसला लिया गया है।

भिलाई नगर निगम में जल विभाग के ईई संजय शर्मा ने बताया पानी चोरी करने के लिए विद्युत कटौती सबसे कारगर उपाय है। जैसे ही सुबह पानी सप्लाई दी जाती है लोग अपने घरों में टुल्लू या अन्य मोटर पंप लगाकर पाइप लाइन से पानी खींचना शुरू कर देते हैं। हजारों की संख्या में पंप चालू होने से पाइप लाइन का पानी आखिरी छोर तक नहीं पहुंच पाता है। कई जगहों पर स्थिति ऐसी हो जाती है कि पाइप लाइन से एक फिट की ऊंचाई में पाइप ले जाने से पानी आना बंद हो जाता है। इसलिए निगम ने विद्युत कटौती करने का निर्णय लिया है। इससे पानी सप्लाई के समय बिजली नहीं रहेगी तो लोग मोटर पंप नहीं चला पाएंगे और पानी अंतिम छोर तक पहुंच पाएगा। निगम 5 अप्रैल से सुबह 6.30 से 7.30 बजे तक बिजली कटौती की जा रहा है। इस समय को 15 मिनट और बढ़ाया जा रहा है।

ईई संजय शर्मा का कहना है कि एक घंटे की बिजली कटौती के बाद जैसे ही बिजली आती है लोग मोटर पंप चालू कर देते हैं। ऐसा करके वे लोग पाइप लाइन पानी भी खींच लेते हैं। इसके चलते निगम ने यह फैसला लिया है कि अब बिजली कटौती एक घंटे की जगह सवा घंटे तक की जाएगी। जल्द ही ये कटौती शुरू हो जाएगी जो कि 30 जून तक चलेगी।

नगर निगम भिलाई क्षेत्र के सभी वार्डों में सुबह एक घंटे पानी की सप्लाई की जाती है। इसके लिए शिवनाथ नदी के पानी को वाटर फिल्टर प्लांट तक पहुंचाया जाता है और फिर वहां से पानी को टंकियों में भरा जाता है। इसके बाद बिजली कटौती करके टंकियों से पानी की सप्लाई की जाती है।

निगम के अधिकारियों का कहना है कि सुबह सुबह बिजली कटौती करने से लोगों को परेशानी भी होती है। लेकिन ऐसा करना उनकी मजबूरी है। इससे पहले निगम का अमला टुल्लू पंप जब्त करने की कार्रवाई करता था। यह सफल नहीं हुआ। जब भी निगम की टीम कार्रवाई करने जाती लोग टुल्लू पंप को उठाकर घर के अंदर कर लेते थे। अगर घर के अंदर से जब्ती की कार्रवाई की जाती तो लोग झगड़ा करने पर आमादा हो जाते हैं। इसलिए निगम ने जब्ती की कार्रवाई को छोड़कर बिजली कटौती करने का फैसला लिया है।

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