इन लक्षणों पर दें खास ध्यान : महिलाओं को अपनी सेहत को नहीं करना चाहिए नजरअंदाज

Women Health: आमतौर पर महिलायें घर और बाहर के कामों के साथ ही दूसरों का ख्याल रखने में इतनी मशगूल होती हैं कि वो अपना ख्याल रखना ही भूल जाती है. खासकर भारतीय महिलाओं में खुद से जुड़ी छोटी-मोटी दिक्कतों को नजरंदाज करना आम बात है. लेकिन कभी-कभी महिलाओं की यही लापरवाही जानलेवा साबित हो जाती है. इसलिए महिलाओं को अपने शरीर में होने वाली किसी भी तरह की दिक्कतों को नजरंदाज नहीं करना चाहिए.

आइए जानते हैं महिलाओं में दिखने वाले ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारे में जिसके बारे में अगर समय रहते पता चल जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है.

कमजोरी– महिलाओं में कमजोरी की समस्या एक आम बात मानी जाती है. लेकिन ज्यादा कमजोरी स्ट्रोक आने के संकेत हो सकते हैं. इसलिए महिलाओं को कभी भी कमजोरी के लक्षणों जैसे कि जुबान का लड़खड़ाना, धुंधला दिखाई देना और चलने में दिक्कत होने जैसी दिक्कतों को इग्नोर नहीं करना चाहिए.

सांस लेने में परेशानी– एक रिसर्च के अनुसार, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में साइलेंट हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है. जिसके दो मुख्य लक्षण होते हैं- सांस लेने में दिक्कत और बहुत ज्यादा थकान होना. जब हमारे दिल को पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलता है तो सांस लेने में दिक्कत होने लगती है.

सीने में दर्द– अगर आपके सीने में तेज दर्द रहता है, दिल की धड़कन तेज रहने के साथ ही बाजू, कंधे और जबड़े में तेज दर्द होता है तो ये दिल की बीमारी की ओर इशारा करता है. ये लक्षण काफी घातक साबित हो सकते हैं, इसलिए इन लक्षणों को भूल कर भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए.

आँख की रोशनी कम होना– उम्र के साथ आँख की रोशनी कम होना तो एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन अगर आपको आचनक से देखने में दिक्कत होने लगे तो ये स्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं. इस तरह की समस्या का सही समय पर इलाज नहीं कराया गया तो हमेशा के लिए आपके आँखों की रोशनी भी जा सकती है.

वजन का अचानक बढ़ना-घटना – अगर आपका वजन में अचानक से बिना किसी कारण के बदलाव नजर आ रहा है, तो ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी की शुरुआत हो सकती है. अगर अचानक से आपका वजन बढ़ने लगे तो ये थायरॉयड लेवल का कम होना या फिर डिप्रेशन के लक्षणों की तरफ इशारा करता है. कई बार किसी गंभीर बीमारी जैसे- थायरॉयड, डायबिटीज, लिवर डिजिज और कैंसर के कारण भी वजन अचानक से बहुत कम हो जाता है.

ब्रेस्ट में गांठ– महिलाओं के ब्रेस्ट में कभी-कभार गांठ पड़ना आम बात है लेकिन अगर आपको लगातार ब्रेस्ट की स्किन में गांठ के साथ ही निपल के कलर में बदलाव नजर आ रहा है, तो ये ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण हो सकता है. ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

अनियमित पिरियड्स– बढ़ती उम्र और हार्मोनल चेंज की वजह से महिलाओं में पिरियड्स में छोटे-मोटे बदलाव आम बात है, लेकिन अगर आपको लंबे समय से अनियमित पीरियड की शिकायत है तो इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही आगे बढ़ती उम्र की महिलाओं में मेनोपौज के बाद अभी आगे ब्लीडिंग होती है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए.

स्ट्रेस और एंग्जाइटी– महिलाओं में अपनी मेंटल हेल्थ को लेकर लापरवाही बहुत ज्यादा देखने को मिलती है. अपनी मानसिक स्वस्थ्य को नजरंदाज करना किसी गंभीर समस्या को निमंत्रण देने जैसा है. इसलिए अगर आपका रोजाना का स्ट्रेस बहुत बढ़ गया है और इसके वजह से आप चिड़चिड़े हो रहे हैं तो आपको डॉक्टर  से संपर्क करना चाहिए.

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