त्योहार हो या शादी-पार्टी या फिर सक्सेस मिली हो, खुशी का मौका है तो सबसे पहले जुबान पर एक ही बात आती है ‘कुछ मीठा हो जाए’, वहीं इसके अलावा रोजमर्रा की लाइफ में चाय से लेकर कॉफी और कई अलग-अलग चीजों के जरिए हम चीनी का सेवन करते रहते हैं. अक्सर लोगों की सुबह चीनी से होती है और रात भी चीनी से ही होती है. दरअसल ज्यादातर घरों में सबसे पहले चाय पी जाती है जो चीनी से ही बनती है और रात के वक्त कई लोगों को खाने के बाद मीठा लेने की आदत होती है. सफेद चीनी का सेवन करना आम है, लेकिन कुछ लोग ब्राउन शुगर भी लेना पसंद करते हैं.
ब्राउन और व्हाइट शुगर दोनों ही गन्ने के रस से तैयार होती हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इन दोनों शुगर में कौन सी आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है और क्या होता है उनमें अंतर? तो चलिए जानते हैं डिटेल में.ब्राउन और वाइट शुगर की क्या है प्रोसेसिंगगन्ने के रस से पानी और अशुद्धियों को हटाकर बचे सुक्रोज के क्रिस्टल रूप को वाइट चीनी कहा जाता है. जिसे फिल्टर किया जाता है. दरअसल सुक्रोज एक ऐसा तत्व है जो प्राकृतिक रूप से पौधों में पाया जाता है. इसमें 50 प्रतिशत ग्लूकोज और 50 प्रतिशत फ्रुक्टोज होता है.
ब्राउन शुगर की प्रोसेसिंग की बात करें तो ये अनप्रोसेस्ड चीनी होती है, जिसमें मोलासिस (शीरा, एक चिपचिपा पदार्थ) होता है और इसी वजह से इसका रंग रेत की तरह भूरा या फिर गहरा भूरा होता है. ब्राउन शुगर को गुड़ के साथ मिलाकर भी बनाया जाता है और इन दोनों के स्वाद में भी कुछ अंतर होता है.न्यूट्रिशन वैल्यू में कितना है फर्कफिटनेस फ्रीक लोग सफेद की बजाय ब्राउन शुगर को तरजीह देते हैं, हालांकि न्यूट्रिशनल वैल्यू और कैलोरी की बात करें तो ब्राउन शुगर में थोड़े ज्यादा न्यूट्रिशन होते हैं, हालांकि इनकी मात्रा भी कम ही होती है.