कोरबा । कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कानून को मजाक समझने वाले एक थानेदार और एएसआई को सस्पेंड कर दिया है। बताया जा रहा है कि एक युवक को बिना किसी अपराध के 24 घंटे से अधिक वक्त तक थाने में पुलिस कस्टडी में रखा गया। थानेदार ने इस बात की जानकारी किसी सीनियर अधिकारी को भी देना उचित नही समझा गया। इस बात की जानकारी लगते ही एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने जांच के बाद थानेदार और एक एएसआई को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।
दरअसल पूरा मामला कटघोरा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक 27 फरवरी की रात कटघोरा थानांतर्गत पूछापार में रहने वाले 27 वर्षीय अनिल विश्वकर्मा को पुलिस द्वारा थाने लाया गया था। संदेह के आधार पर थाने में लाये गये अनिल विश्वकर्मा के विरूद्ध कोई भी वैधानिक अपराध दर्ज किये बगैर ही उसे 24 घंटे से भी अधिक वक्त तक थाने में पुलिस कस्टडीह में रखा गया। इस बात की शिकायत एसपी सिद्धार्थ तिवारी के समक्ष आयी थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी ने कटघोरा एडिशनल एसपी को जांच का निर्देश दिया गया।
जांच में बिना किसी ठोस कारण के अनिल विश्वकर्मा को थाने में लाकर पुलिस हिरासत में रखना पाया गया। इस पूरे मामले को रोजनामचा में भी दर्ज नही किया गया था। इसके साथ ही ना तो इस प्रकरण की जानकारी थानेदार ने किसी सीनियर अधिकारी को देना पाया गया। जांच रिपोर्ट में हुए खुलासे के बाद एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने कटघोरा थाना प्रभारी तेज प्रताप यादव और एएसआई कुंवर साय पैकरा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एसपी के इस आदेश के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि पिछले दिनों ही एसपी ने कटघोरा थाना के एक कांस्टेबल को 50 हजार रूपये की रिश्वत मांगने की शिकायत पर सस्पेंड किया था।
आपको बता दे कि कोरबा के नवपदस्थ एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने जिले की कमान संभालते ही अवैध कारोबार और कानून को मजाक समझने वालों को सख्त हिदायत देते हुए पुलिस अधिकारियों को सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इसी का असर है कि एसपी के पोस्टिंग के बाद से ही कोरबा पुलिस लगातार अवैध नशा के कारोबार के साथ ही कबाड़,डीजल चोरी के अवैध कारोबार पर लगातार नकेल कस रही है। वहीं एसपी के इस एक्शन के बाद कानून को मजाब बनाने वाले पुलिस अधकारी और कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है।