मिलेंगा बंपर लाभ…ऐसे करें अदरक की खेती

Ginger Cultivation : आपको बता दें, की किसान गर्मी के मौसम में अपनी खरीफ फसल की तैयारी करते हैं। किसान इसके लिए खेत को तैयार करना शुरू कर देते हैं। इस फसल की खेती करने के लिए जमीन को तैयार करें अगर आप अबकी बार दोगुना मुनाफा कमाने चाहते हैं। आप इसे जून में रोपाई कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

कृषि वैज्ञानिक रमेश कुमार ने लोकल18 को बताया कि किसान जून और जुलाई के महीने में मसाला फसल की खेती कर सकते हैं। (Ginger Cultivation) इसकी खेती से किसान दोगुना मुनाफा कमा सकते हैं। अदरक जो की औषधीय गुणों से भरपूर है आयुर्वेदिक चिकित्सा इसका उपयोग करती है। इसकी खेती के लिए किसान को जून या जुलाई के महीने में खेत में मेढ़ बनाकर तैयार करना चाहिए। फिर लाइन से लाइन 40 सेंटीमीटर और पौधा से पौधा 15 सेंटीमीटर की दूरी रखें।

इन विशेषताओं के कारण, अदरक की खेती लंबी अवधि तक चलती है। जो छह से सात महीने में बन जाता है। किसान नदिया, वर्धमान, सुरया और सुरुचि प्रभेद की खेती कर सकते हैं। ये भेद अधिक होते हैं। इन प्रभेद के बीज 150 से 200 क्विंटल का उत्पादन करते हैं। (Ginger Cultivation)

इन विशेषताओं के कारण, अदरक की खेती लंबी अवधि तक चलती है। जो छह से सात महीने में बन जाता है। किसान नदिया, वर्धमान, सुरया और सुरुचि प्रभेद की खेती कर सकते हैं। ये भेद अधिक होते हैं। इन प्रभेद के बीज 150 से 200 क्विंटल का उत्पादन करते हैं। (Ginger Cultivation)

रोपाई से पहले बीज उपचार करना अनिवार्य है। करबेंडाजिम 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में अदरक के बीज को मिलाकर उपचार करें। 15 से 20 मिनट तक इसमें डालकर छोड़ दें। बाद में बीज को निकालकर चार घंटे के लिए ठंडे स्थान पर रखें। इसके बाद रोपाई करें, इससे कीटों को बीमारियों से बचाया जा सकता है।

अदरक का बीज 15 से 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर खरीदने पर दोगुना से अधिक मुनाफा मिलेगा। वहीं, एक रुपये का मुनाफा लगाने पर तीन रुपये का लाभ मिलता है। (Ginger Cultivation) एक हेक्टेयर में 150 से 200 क्विंटल उत्पादित होते हैं। इसके लिए पटवन की आवश्यकता नहीं होती। क्योंकि यह बरसात के मौसम में बोया जाता है किसान बलुई दोमट मिट्टी का उपयोग कर सकते हैं।इस फसल के लिए काली मिट्टी भी अच्छी है।

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