भोपाल
मजदूरी कर परिवार का भरण – पोषण करने वाली सुनीता मेहरा, लोहे के घरेलू औजार- बर्तन बनाने का काम करने वाली लक्ष्मी बाई और शिक्षा प्राप्त करने वाली तनु सेन को खुशी इस बात की है कि अब पानी के लिए उनका समय बरबाद नहीं होता है। जल जीवन मिशन में इन सभी के घरों में नल कनेक्शन पहुँचे करीब तीन माह का समय हो गया है। अब इन्हें रोजाना बाहर जाकर पानी लाने अथवा पानी के लिए किसी पर आश्रित रहने से निजात मिल गई है।
भोपाल के फंदा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत बिलखिरिया कलाँ में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल जीवन मिशन में रेट्रोफिरिंग योजना में ग्रामीण परिवारों को नल कनेक्शन से जल पहुँचाया गया है। करीब 75 लाख 84 हजार रूपये लागत की यह नल-जल योजना 8 माह में पूर्ण कर अक्टूबर 20-21 से 378 परिवारों को जल-आपूर्ति की जा रही है।
बिलखिरिया कलाँ गाँव की श्रीमती सुनीता मेहरा का कहना है कि जल जीवन मिशन ने जहाँ जीवनभर के लिए पेयजल की समस्या से निजात दिलाई, वहीं मुझे लगातार रोजगार (मजदूरी) का अवसर भी मिला है। तनु सेन को घर के काम के साथ पानी की व्यवस्था के लिए भी समय निकालना पड़ता था, जिससे उसकी पढ़ाई प्रभावित होती थी। अब तनु खुश है क्योंकि घर में ही नल से जल मिल रहा है। इससे समय की जो बचत हो रही है उसका उपयोग वह अपनी पढ़ाई में कर रही है। लोहा तपाकर घरेलू सामान बनाने वाली लक्ष्मी बाई कहती हैं कि जीवन-यापन के लिए हर दिन कठिन परिश्रम करना हमारी आदत और जरूरत दोनों हैं। जल जीवन मिशन से घर में हुई पानी की व्यवस्था ने मुझे काम करने और खुद के द्वारा बनाये गये सामान को बेचने का समय दिया है। अब मैं और मेरे परिवार के सदस्य पूरे समय अपना काम-धंधा चलायेंगे तो परिवार की तरक्की जरूर होगी।