भोपाल। दशहरा दिवाली और छठ पूजा के अवसर पर शहर को साफ रखने के लिए नगर निगम पहली बार विसर्जन कुंड स्थापित करने जा रहा है। बता दें कि, इससे पहले प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए शहर के 85 वार्ड में यह व्यवस्था की जाती रही है। वहीं अब छठ पूजा के विशेष अवसर पर श्रद्धालुओं की सुविधाओ के लिए नगर निगम अलग-अलग वार्ड और जोन स्तर पर सर्वे करवा रहा है।
जहां स्थानीय जनप्रतिनिधियों से सलाह लेकर और स्वयंसेवी संगठनों की सहायता से यह कुंड तैयार किए जाएंगे। निगम का यह प्रयोग स्वच्छता में अव्वल आने के लिए किया जा रहा है। निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण ने बताया कि, त्योहार पर निकलने वाली फल फूल, बांस, लाठी और विसर्जन सामग्री का इस्तेमाल खाद बनाने, ट्री गार्ड बनाने जैसे कामों में किया जाएगा। केंद्र सरकार ने रीयूज करने के प्रयोग के लिए अलग से अंक निर्धारित किए गए हैं जो भोपाल को प्राप्त हो जाएंगे।
इस प्रकार के प्रयोग कर रहा भोपाल नगर निगम
बता दें कि, फल फूल से खाद- शहर के 500 से ज्यादा मंदिर और धार्मिक स्थल से निकलने वाले फल फूल एवं अन्य गीली हरी सामग्री का इस्तेमाल खाद बनाने के लिए किया जाएगा। नगर निगम प्रतिदिन 1 टन विसर्जन सामग्री कलेक्ट कर रहा है। वहीं ट्रीगार्ड- प्रतिमा विसर्जन के बाद बड़े पैमाने पर लकड़ी और लंबे बांस, पटिए का इस्तेमाल नगर निगम ट्री गार्ड बनाने के लिए करेगा। जिसके लिए शहर में 10 से ज्यादा स्थानों पर विसर्जन स्थल बनाए जा रहे हैं, जहां इस प्रकार की सामग्री कलेक्ट की जाएगी।
नारियल का इस्तेमाल
बता दें कि, भोपाल नगर निगम ने दाना पानी में कोकोनट प्लांट लगाया है। शहर के मंदिर मठ में समर्पित होने वाले नारियल के अवशेष यहां लाकर इससे जूट की सामग्री तैयार करवाई जाएगी।