रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य पात्रता परीक्षा (सेट) के चार महीने का समय बीत जाने के बाद भी अभी तक माडल आंसर जारी नहीं हो पाए हैं। इससे अभ्यर्थी परेशान हैं, छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) ने 21 जुलाई को प्रदेशभर में व्यापमं ने सेट की परीक्षा ली थी।
इस परीक्षा में लगभग एक लाख व्यापम अभ्यर्थी शामिल हुए थे। सेट में दो पेपर हुए थे। पहला पेपर सभी अभ्यर्थियों के लिए जरूरी था। दूसरा पेपर विषय से संबंधित था। विषय से संबंधित पेपर के माडल उत्तर जारी हो चुके हैं। दावा-आपत्ति भी मंगवाई जा चुकी है, लेकिन पहला पेपर का अभी तक माडल उत्तर जारी नहीं हुए हैं। इस वजह से परिणाम जारी होने में देरी हो रही है।
अधिकारियों ने बताया कि, सितंबर तक का अनुबंध था। अनुबंध खत्म होने के कारण डेटा में परेशानी हो रही है। इस समस्या को हल करने के बाद माडल आंसर जारी किए जाएंगे। पहले पेपर के घोटाले माडल उत्तर में दावा-आपत्ति के बिरयों ने बाद ही परिणाम जारी हो पाएंगे। पहले पेपर में सामान्य ज्ञान, तार्किक क्षमता, समझने की योग्यता जांचने के लिए 50 प्रश्न पूछे गए थे। सभी प्रश्न दो-दो अंकों के थे। समय से सेट का परिणाम जारी नहीं होने के कारण अभ्यर्थी परेशान हैं। विश्वविद्यालय और कालेजों में प्राध्यापक बनने के लिए नेट अथवा सेट उत्तीर्ण होना जरूरी है। परिणाम नहीं आने के कारण अभ्यर्थी आवेदन भी नहीं कर पा रहे हैं। जुलाई में हुई सेट परीक्षा 19 विषयों के लिए हुई थी। अबतक छह बार सेट परीक्षा हो चुकी है। पहली बार 2006 में हुई थी। इसके बाद इसके बाद 2013, 2017, 2018, 2019 और 2023 में यह परीक्षा आयोजित की गई थी।
इन विषयों के लिए हुई सेट
बता दें कि, हिंदी, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान, इतिहास, फिजिकल साइंस, केमिकल भूगोल, मैथेमेटिकल साइंस, लाइफ साइंस, कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन, वाणिज्य, विधि, संस्कृत, लाइब्रेरी एंड इंफार्मेशन मनोविज्ञान, साइंस, फिजिकल एजुकेशन और होमसाइंस।
छह हजार अभ्यर्थियों को मिलेगी पात्रता
वहीं इस परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों में से छह प्रतिशत उत्तीर्ण होते हैं। सेट के लिए लगभग डेढ़ लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, लेकिन परीक्षा में लगभग एक लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। इस लिहाज से छह हजार अभ्यर्थियों को सेट की पात्रतां मिलेगी। पिछली बार लगभग ढाई हजार अभ्यर्थी पात्र हुए थे।
नए विषय जोड़ने की हो रही मांग
सेट में नए विषय जोड़ने की मांग छात्र- छात्राएं कर रहे है। कालेजों में लगभग 40 विषयों की पढ़ाई होती है, लेकिन सेट में सिर्फ 19 विषय है। सेट उत्तीर्ण होने पर सहायक प्राध्यापक बनने की पात्रता मिलती है। इस वजह से छात्र- छात्राएं नए विषय जोड़ने की मांग कर रहे हैं। यूजीसी से भी 14 नए विषय जोड़ने की अनुमति मिल गई है। उच्च शिक्षा विभाग की तरफ से जल्द ही नए विषयों का भी पाठ्यक्रम जारी किया जायेगा।