महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही 5 राज्यों के 15 सीटों पर कल यानी बुधवार को वोटिंग थम गई है. वहीं 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी. ऐसे में खबर आ रही है कि यहां 1995 के बाद पहली बार राज्य में 71.69 प्रतिशत मतदान हुआ. यह मतदान इस साल लोकसभा चुनावों के दौरान महाराष्ट्र में दर्ज 61.39 प्रतिशत और 2019 विधानसभा चुनावों में दर्ज 61.4 प्रतिशत से कहीं अधिक था. वहीं झारखंड में, जहां झामुमो नीत गठबंधन का मुकाबला भाजपा नीत राजग गठबंधन से है, मतदान 68.45 प्रतिशत रहा. महाराष्ट्र में मतदान प्रतिशत में वृद्धि का श्रेय सत्तारूढ़ महायुति और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) द्वारा किए गए उग्र अभियान को दिया जा रहा है और यह करीबी मुकाबले में एक महत्वपूर्ण कारक बन सकता है.
लोकसभा चुनावों के दौरान, महायुति में तीन दलों – भाजपा, शिवसेना और एनसीपी – ने कुल मिलाकर 42.71 प्रतिशत वोट प्राप्त किए, जबकि महा विकास अघाड़ी के तीन प्रमुख सहयोगियों कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी और एनसीपी एसपी ने कुल मिलाकर 43.91 प्रतिशत वोट प्राप्त किया है. इस मतदान में कम से कम 3.5 प्रतिशत की वृद्धि चुनाव जीतने वाले को तय करने में एक प्रमुख कारक के रूप में उभर सकती है. साल 2019 में 8.85 करोड़ पंजीकृत मतदाताओं के मुकाबले, पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 9.5 प्रतिशत बढ़कर 9.69 करोड़ हो गई है. इसलिए बढ़े हुए वोट बेस पर अधिक मतदान शनिवार को घोषित होने वाले परिणामों में एक महत्वपूर्ण कारक बनने वाला है.
‘भाजपा को राजनीतिक रूप से लाभ होता..’
वहीं अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि मतदान में बढ़ोतरी से सत्तारूढ़ महायुति को मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘जब भी मतदान में बढ़ोतरी होती है, तो भाजपा को राजनीतिक रूप से लाभ होता है. यह स्पष्ट है कि पिछले चुनावों की तुलना में विधानसभा चुनावों में मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई है, इससे भाजपा और महायुति दोनों को मदद मिलेगी लेकिन राज्य कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि एमवीए चुनाव जीतने के लिए तैयार है.
महाराष्ट्र में रिकॉर्ड तोड़ वोटिंग
नाना पटोले ने कहा, ‘विधानसभा चुनाव में लोगों में काफी उत्साह है और महाराष्ट्र के स्वाभिमानी नागरिक ऐसी सरकार चुनेंगे जो राज्य के कल्याण को प्राथमिकता दे. जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए, कांग्रेस पार्टी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी राज्य में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनना तय है.’भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) द्वारा जारी अनंतिम आंकड़ों से पता चलता है कि शहरी मतदाताओं की तुलना में ग्रामीण मतदाता अधिक संख्या में घरों से बाहर निकले, ये आंकड़ा इस बात का प्रमाण है. यहां जिलों में सबसे अधिक मतदान पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में दर्ज किया गया, जहां 76.25 प्रतिशत मतदान हुआ. मुंबई शहर में सबसे कम 52.07 प्रतिशत मतदान हुआ.
कहां-कहां हुई अधिक वोटिंग
कोल्हापुर जिल की करवीर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा 84.79 फीसदी मतदान हुआ. करवीर में मुकाबला कांग्रेस उम्मीदवार राहुल पाटिल और दिवंगत विधायक पीएन पाटिल के बेटे शिंदे सेना के चंद्रदीप नारके के बीच है.दक्षिण मुंबई के कोलाबा निर्वाचन क्षेत्र में सबसे कम 44.49 प्रतिशत मतदान हुआ. यहां भाजपा के राहुल नार्वेकर का मुकाबला कांग्रेस के हीरा देवासी से है.हाई-प्रोफाइल बारामती विधानसभा सीट पर, जहां उपमुख्यमंत्री अजित पवार अपने भतीजे और एनसीपी (एसपी) उम्मीदवार योगेंद्र पवार से मुकाबला कर रहे हैं, मतदान 71.03 प्रतिशत रहा, जो 2019 के चुनावों में 68.82 प्रतिशत से अधिक था.इसके अलावा मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की कोपरी-पचपखड़ी सीट पर रात 11.45 बजे तक 59.85 प्रतिशत मतदान हुआ. उपमुख्यमंत्री फडणवीस की नागपुर दक्षिण पश्चिम सीट पर 54.49 प्रतिशत मतदान हुआ.
अधिक वोटिंग का कारण
ऐसे में अब खबर आ रही है कि यहां हिंसा की घटनाओं ने भी मतदान को प्रभावित किया है. नासिक की नंदगांव विधानसभा में शिवसेना विधायक और उम्मीदवार सुहास कांडे और निर्दलीय उम्मीदवार समीर भुजबल के बीच तनावपूर्ण टकराव हुआ. बीड की परली विधानसभा सीट पर एनसीपी (सपा) और एनसीपी के कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई. कई मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के खराब होने की भी शिकायतें मिलीं और घाटनंदूर इलाके में कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा धमकाने और बल प्रयोग की खबरें आईं. कुछ ईवीएम क्षतिग्रस्त हो गईं और तीन मतदान केंद्रों पर एक घंटे से अधिक समय तक मतदान रुका रहा.
महाराष्ट्र में कुल मतदाताओं की संख्या
बता दें कि महाराष्ट्र में कुल मतदाताओं की संख्या करीब 9.7 करोड़ है, जिनमें से 5 करोड़ पुरुष, 4.69 करोड़ महिलाएँ और 6,101 अन्य हैं. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, विधानसभा चुनाव के लिए 4,136 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 3,771 पुरुष उम्मीदवार, 363 महिला और दो अन्य हैं. कुल 100,186 मतदान केंद्रों में से 42,604 शहरी और 57,582 ग्रामीण हैं.