रायपुर: तीसरी लहर में कोरोना का खतरा भले ही पूरी तरह टला नहीं है, लेकिन चिंता जरुर कम हुई है। जनवरी के चार सप्ताह में हर हफ्ते मिल रहे कोरोना संक्रमितों की संख्या की समीक्षा से साफ है कि चौथा सप्ताह पीक वाला है। 22 जनवरी से शुरू चौथे सप्ताह में पॉजिटिविटी रेट 23 जनवरी को सबसे ज्यादा 14.03 प्रतिशत रही है। यानी 100 संदिग्धों की जांच में 14 से ज्यादा मरीज मिले है।
छत्तीसगढ़ में 22 जनवरी को पॉजिटिविटी दर 11.76 प्रतिशत रही। 23 जनवरी को सबसे अधिक 14.03 फीसदी, 24 जनवरी को 9.88 प्रतिशत वहीं 25 जनवरी को प्रदेश की औसत पॉजिटिविटी दर 10.45 प्रतिशत रही है।
पिछले 10 दिनों में संक्रमण दर और मौतें
| तारीख | संक्रमण दर | मौत |
|---|---|---|
| 15 जनवरी | 9.74 | 8 |
| 16 जनवरी | 12.17 | 7 |
| 17 जनवरी | 12.02 | 10 |
| 18 जनवरी | 11.17 | 9 |
| 19 जनवरी | 10.30 | 9 |
| 20 जनवरी | 10.78 | 15 |
| 21 जनवरी | 10.67 | 8 |
| 22 जनवरी | 11.76 | 11 |
| 23 जनवरी | 14.03 | 11 |
| 24 जनवरी | 9.88 | 19 |
| 25 जनवरी | 10.45 | 23 |

जनवरी खत्म होने तक इसी के आसपास रहने के संकेत है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि फरवरी से संक्रमण कम होना शुरू होगा और मार्च आते-आते संक्रमित मरीजों की संख्या बेहद कम हो जाएगी।
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर जनवरी से ही शुरू मानी जा रही है। 1 जनवरी से 22 जनवरी तक कुल 115 कोरोना संक्रमितों की मृत्यु हुई, जिसमें 87 ने कोविड टीकाकरण नहीं कराया या सिर्फ एक ही डोज लिया था। डॉ ओपी सुंदरानी ने कहा कि हम कोरोना पीक पर, या उससे आसपान हैं। 26 जनवरी से 1 फरवरी का डेटा ऑब्जर्व करेंगे। उस आधार पर ही हम आधिकारिक रूप से घोषणा कर सकेंगे कि पीक अब है या गुजर चुका है। ऐसी उम्मीद कर सकते है कि पीक के बाद संक्रमण दर में कमी आएगी।









