रायपुर: छत्तीसगढ़ में कोरोना की धीमी रफ्तार को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में अब बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाएंगी। हालांकि मंडल ने इस बार सभी स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया है।
सीजी बोर्ड की दसवीं-बारहवीं परीक्षा देने वाले छात्रों का परीक्षा सेंटर इस बार वही स्कूल रहेगा, जहां वे अभी पढ़ाई कर रहे हैं। ऑफलाइन परीक्षा होने तक बोर्ड में आमतौर से यह प्रैक्टिस रहती थी कि ज्यादातर छात्रों को परीक्षा सेंटर दूसरा स्कूल ही मिल रहा था। लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने संबंधित स्कूलों को ही सेंटर बनाने का निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए केंद्र बढ़ा दिए गए हैं।

सीजी बोर्ड की 10वीं-12वीं परीक्षाएं 2 मार्च से शुरू हो रही हैं। कुछ दिन पहले ही बोर्ड एग्जाम के लिए समय-सारणी जारी की गई है। तब यह चर्चा थी कि बोर्ड एग्जाम के लिए अलग-अलग जगह सेंटर बना सकते हैं। माशिमं ने जिला शिक्षा अधिकारियों से केंद्र की सूची मंगाई और परीक्षा केंद्र का निर्धारण भी किया।
करीब ढाई हजार केंद्रों में पेपर होने वाले थे, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखकर माशिमं ने सीजी बोर्ड से जुड़े सभी स्कूलों को ही सेंटर बनाने की अनुमति दी है। राज्य में करीब साढ़े छह हजार हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल माशिमं से जुड़े हैं, इस तरह सेंटर ढाई हजार से बढ़कर सीधे साढ़े 6 हजार हो जाएंगे। इससे छात्रों को भी काफी आसानी होगी।
पिछली बार कोरोना संक्रमण की वजह से दसवीं की परीक्षा नहीं हुई थी। असाइनमेंट के आधार पर रिजल्ट जारी किए गए थे। बारहवीं की परीक्षा भी छात्रों ने घर से दी थी। तब जहां छात्र पढ़ते थे, उन्हीं स्कूलों से परीक्षा के लिए आंसरशीट और प्रश्नपत्र का वितरण किया गया था। आंसर लिखने के बाद छात्रों ने संबंधित स्कूलों में ही कापियां जमा की। इस बार छात्रों को संबंधित सेंटर में जाकर पेपर देना होगा।












