सुकमा। नक्सल प्रभावित अति संवेदनशील क्षेत्र ग्राम पेदाबोड़केल में जिला सुकमा पुलिस प्रशासन द्वारा एक नवीन सुरक्षा कैंप की स्थापना की गई है। यह कैंप छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना “नियद नेल्ला नार” के अंतर्गत क्षेत्र के ग्रामीणों को सुरक्षा, विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं से सीधे लाभान्वित करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है।
नवीन सुरक्षा कैंप की स्थापना से चिंतलनार–रायगुडेम मार्ग का सीधा कनेक्शन सुलभ हुआ है, जिससे क्षेत्र की दूरी में उल्लेखनीय कमी आएगी और आवागमन आसान होगा। इससे न केवल सुरक्षा बलों की त्वरित आवाजाही संभव होगी, बल्कि ग्रामीणों को भी बेहतर संपर्क सुविधा प्राप्त होगी।
कैंप स्थापित होने से क्षेत्र में सुरक्षा वातावरण सुदृढ़ होगा तथा ग्रामीणों को सड़क, पुल-पुलिया, बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं, पीडीएस दुकानें, शिक्षा और मोबाइल कनेक्टिविटी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने में तेजी आएगी। यह पहल माओवादियों के विरुद्ध एक महत्वपूर्ण रणनीतिक सफलता मानी जा रही है, जो क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास की नई दिशा प्रदान करेगी।
विदित हो कि वर्ष 2024 से अब तक जिला सुकमा में कुल 22 नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित किए जा चुके हैं। इन कैंपों की स्थापना से नक्सल उन्मूलन अभियान को गति मिली है, जिसके परिणामस्वरूप वर्ष 2024 से अब तक 599 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, वहीं सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों में 68 माओवादियों को मार गिराने एवं 460 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
यह नवीन सुरक्षा कैंप दिनांक 10 दिसंबर 2025 को सुंदरराज पी., पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज जगदलपुर, कमलोचन कश्यप, पुलिस उप महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज, आनंद राजपुरोहित, उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ (परि) सुकमा रेंज के मार्गदर्शन में तथा किरण चव्हाण, पुलिस अधीक्षक सुकमा,नीरज सिंह राठौर, कमांडेंट 223 बीएन सीआरपीएफ,अमित चौधरी, कमांडेंट कोबरा 201, रोहित शाह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (नक्सल ऑप्स) एवं अभिषेक वर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुकमा के निर्देशन व पर्यवेक्षण में स्थापित किया गया।











