रायपुर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बजट सत्र के बाद सभी विधानसभा के दौरे पर जाएंगे। इस दौरान सीएम भूपेश विधायकों के परफार्मेंस का फीडबैक लेंगे। साथ ही लोगों से मुलाकात कर सरकार की योजनाओं की पहुंच का रियालिटी चेक भी करेंगे।
कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में लौटी है और अभी वर्तमान में 70 विधायक है। इनमें से अधिकांश पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे है। कांग्रेस सरकार के तीन साल बीत चुके है। वहीं कई विधायकों की शिकायत पर समय-समय पर सीएम भूपेश और पार्टी आलाकमान तक पहुंचती रही है। पार्टी आलाकमान ने ऐसे सभी विधायकों को एक साल के अंदर परफार्मेंस सुधारने की नसीहत दी है ताकि चुनाव में अच्छे परिणाम मिले। वहीं दूसरी तरफ सीएम बघेल मैदान में उतरकर विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में जाएंगे। इस दौरान वे पार्टी कार्यकर्ताओं से विधायकों की कार्यशैली के बारे में जानकारी लेंगे और लोगों से मिलकर सरकार की योजनाओं की पहुंच के बारे में भी जानकरी लेंगे।
सत्ता-संगठन से जुड़े नेताओं का कहना है कि दोबारा सत्ता में वापसी के लिए पार्टी आलाकमान विधायकों के परफार्मेंस के आधार पर फैसला लेगी। विधानसभा क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर ही वर्तमान विधायकों के भविष्य तय होंगे। जिस विधायक के खिलाफ कार्यकर्ताओं में नाराजगी होगी या जिस विधायक के क्षेत्र में सरकार की योजनाओं की पहुंच कम होगी उस पर गाज गिर सकती है।
सीएम भूपेश ने शीतकालीन सत्र के दौरान हुई विधायक दल की बैठक में सबी से दो टूक कहा था कि आप अपने इलाकों में पूरी इमानदारी के साथ काम करिए सभी को जीत दिलाने की जिम्मेदारी उनकी है। उन्होंने कहा था कि वे इसके लिए बस्तर से लेकर सरगुजा तक जाएंगे। अब बजट सत्र के बाद वे अपनी इसी अभियान के तहत दौरे पर निकलेंगे।
बताया जा रहा है कि अलग-अलग विधानसभाओं का दौरा करने के बाद सीएम बघेल उन क्षेत्रों में लोगों की जरुरत को ध्यान में रखते हुए कई नई योजनाएं शुरू करेंगे। इसके साथ ही वे कई घोषणाएं भी करेंगे। इसके लिए उन्होंने अभी से कार्ययोजना बनाने के निर्देश दे दिए है।











