राजधानी समेत इन जिलों में आसमान से बरसी आग: टुटा 10 साल का रिकॉर्ड

रायपुर: प्रदेश के लोगों को इन दिनों प्रचंड गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं अप्रैल महीने में चल रही लू ने गर्मी के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शनिवार को छत्तीसगढ़ में महासमुंद सबसे गर्म रहा। यहां अधिकतम तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। यह अप्रैल में मापा गया दूसरा सबसे अधिक तापमान बताया जा रहा है। इससे पहले 1980 में जांजगीर-चांपा में अधिकतम तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था। राजनांदगांव में भी अब का सबसे अधिक तापमान 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इससे पहले 2010 में 44.4 डिग्री सेल्सियस का रिकार्ड था।

राजधानी रायपुर में भी पिछले 10 सालों की सबसे भीषण गर्मी वाला अप्रैल साबित हुआ है। शनिवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस मापा गया। यह 2012 से अब तक अप्रैल महीने में मापा गया सबसे अधिक तापमान है। इससे पहले 30 अप्रैल 1942 को सबसे अधिक 46.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया था। पिछले 10 सालों में केवल चार बार ही अधिकतम तापमान इस रिकॉर्ड के करीब पहुंच पाया है।

मौसम विभाग के क्लाइमेटोलॉजी के मुताबिक 2016 में 22 अप्रैल को यहां का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस हुआ था। 2017 में 20 अप्रैल को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया। वहीं 2019 में 28 अप्रैल को यह 44.2 डिग्री सेल्सियस था। बिलासपुर भी सोमवार को अपने सर्वकालिक रिकॉर्ड से थोड़ा ही पीछे रह गया। बिलासपुर में शनिवार को अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहां अधिकतम गर्मी का रिकॉर्ड 45.8 डिग्री सेल्सियस है।

प्रदेश के प्रमुख शहरों में अप्रैल का रिकॉर्ड
अभी तक के रिकॉर्ड में जांजगीर-चांपा ही सबसे गर्म स्थान रहा है। अप्रैल में अब तक का सबसे अधिक 46.9 डिग्री सेल्सियस तापमान वहां 1980 में मापा गया था। रायपुर में 46.1 डिग्री सबसे अधिक तापमान है। बिलासपुर में यह 45.8 डिग्री सेल्सियस है और दुर्ग में 45.3 डिग्री। राजनांदगांव में अब का सबसे अधिक तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस है। यह 2010 में रिकॉर्ड किया गया था। जगदलपुर में अधिकतम तापमान 43.3 डिग्री सेल्सियस है जो 1941 में मापा गया था। वहीं अंबिकापुर में 43.8 डिग्री सेल्सियस का अधिकतम तापमान 28 अप्रैल 1999 को दर्ज किया गया था।

आज भी लू के हालात, बिलासपुर संभाग को थोड़ी राहत
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक एक द्रोणिका मध्य छत्तीसगढ़ से लक्षद्वीप तक विस्तारित है। प्रदेश के मध्य और उत्तर भाग में उत्तर से गर्म और शुष्क हवा का आगमन लगातार जारी है। जबकि दक्षिण भाग में अपेक्षाकृत ठंडी और नमी युक्त हवा का आगमन लगातार जारी है। प्रदेश में 1 मई को एक-दो स्थानों पर हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।

अधिकांश क्षेत्रों के अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। कुछ स्थानों पर लू जैसी स्थिति बने रहने की सम्भावना है। वहीं बिलासपुर संभाग के पूर्वी जिलों में अधिकतम तापमान में थोड़ी सी गिरावट होने की सम्भावना बन रही है।

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