रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कोविड संक्रमण के दौर में जिस तरह से छत्तीसगढ़ ने जंग लड़ी है वैसे शायद ही देश के किसी और राज्य में काम हुआ हो। मुख्यमंत्री ने कोविड संक्रमण में लोगों की जान बचाने के लिए जूझ रहे उन डाक्टरों को भी नमन किया जिन्होंने खुद अपनी जान गंवा दी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज अपने निवास कार्यालय में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित डॉक्टर्स डे सम्मान समारोह में उपस्थित डॉक्टर्स और सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने डॉक्टर्स डे के अवसर पर डॉ बिधान चंद्र राय के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान का भी जिक्र किया। बघेल ने कहा राजनीति के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी उल्लेखनीय कार्य करने वाले डॉ बिधान चंद्र राय खुद को चिकित्सक कहलाना ही पसंद करते थे।
मुख्यमंत्री ने डॉक्टर्स के बारे में कहा कि इन्हें भगवान का दर्जा दिया जाता है और डॉक्टर्स से बेहतर इंसानों की सेवा अन्य कोई भी नहीं कर सकता है। बघेल ने कहा कि डाक्टर अगर मरीज के सामने मुस्कुरा भर दें तो मरीज की आधी बीमारी वैसे ही ठीक हो जाती है और डाक्टर्स का व्यवहार ही मरीजों की कई बीमारियों का इलाज है। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कोविड संक्रमण के दौरान छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 24 चिकित्सकों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कोविड संक्रमण के दौरान लोगों की सेवा करने के लिए 9 सामाजिक संस्थानों को भी सम्मानित किया। इस मौके पर आईएमए की तरफ से डॉ ए आर भल्ला, डॉ ललित शाह, डॉ विनय माखीजा को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड दिया गया
कार्यक्रम की शुरूआत में आईएमए के अध्यक्ष डॉ विकास अग्रवाल ने राजकीय गमछे से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। समारोह में डॉ अनिल जैन ने डॉ बिधान चंद्र राय की जीवनी के बारे में उपस्थित लोगों को बताया जबकि आभार ज्ञापन आईएमए के सचिव डॉ दिग्विजय सिंह ने किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईएमए के हास्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री को चिकित्सकों के हित में लिए गए निर्णयों के लिए धन्यवाद दिया और साथ ही ये भी कहा कि भूपेश बघेल चिकित्सकों के सच्चे मित्र एवं सहयोगी हैं।