फर्जी वोटर कार्ड बनाने वाला च्वाइस सेंटर का संचालक गिरफ्तार, लोन सहित अनेक कार्यों में किया गया इस्तेमाल

कोरबा। फर्जी वोटर कार्ड बनाने वाले च्वाइस सेंटर के संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। फर्जी वोटर कार्ड का लोन सहित अनेक कार्यो में इस्तेमाल किया गया। उक्त कार्य लंबे समय स ेचल रहा था। अब जाकर मामले का पर्दाफाश हुआ है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि जिले में कुछ दिनों से फर्जी वोटर आईडी बनाकर उनके विभिन्न स्थानों पर परिचय पत्र के रूप में उपयोग करने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के द्वारा सभी थानों को पतासाजी के लिए निर्देश दिए गए थे। इसी तारतम्य में दर्री थाने को सूचना मिली की प्रेमनगर जेलगांव चौक के पास संचालित गज्जू डिजिटल नामक च्वाइस सेंटर का संचालक गजेंद्र साहू फर्जी वोटर आईडी कार्ड बना रहा है, जिनका उपयोग विभिन्न माइक्रो फाइनेंस कंपनी, बैंक एवं अन्य जगहों पर परिचय पत्र के रूप में किया जा रहा है। सूचना पर दर्री पुलिस की टीम ने सीएसपी दर्री सुश्री लितेश सिंह के निर्देशन में गज्जू चॉइस सेंटर पर नजर रखी गई। चॉइस सेंटर में फर्जी वोटर आईडी कार्ड के संबंध में जानकारी पुख्ता होने पर शुक्रवार को दर्री पुलिस की टीम द्वारा छापा मारा गया। संचालक गजेंद्र साहू ने पहले तो ऐसे किसी कार्य से साफ इंकार कर दिया, लेकिन् जब पुलिस के द्वारा उसके सामने, उसके द्वारा किए गए ऐसे कृत्यों की जानकारी प्रस्तुत की गई, तो उसने स्वीकार किया की वो फर्जी वोटर आईडी बनाता है, और अभी तक सैकड़ों ऐसे कार्ड बना चुका है। दर्री पुलिस ने चॉइस सेंटर 74 फर्जी वोटर आईडी कार्ड जप्त किया है। एएसपी श्री वर्मा ने बताया कि शासन के द्वारा चॉइस सेंटर के माध्यम से वोटर आईडी कार्ड बनाने का कार्य लगभग 1 वर्ष पहले बंद कर मतदाता पहचान पत्र सीधे मतदाता के पते पर भेजने के निर्देश जारी किए गए हैं लेकिन गजेंद्र साहू अपने चॉइस सेंटर की आईडी से किसी मतदाता परिचय पत्र का एपिक नंबर निकाल लेता था और उस कार्ड में फोटो तथा एड्रेस किसी और का प्रिंट कर देता था। निर्वाचन अधिकारी के हस्ताक्षर वाले स्थान पर ये एसडीएम कटघोरा के स्कैन हस्ताक्षर को प्रिंट कर देता था। ये वोटर आईडी कार्ड एकदम सही प्रतीत होते थे, जब तक एपिक नंबर को कोई चेक न करें। इनका उपयोग विभिन्न फाइनेंस कंपनियों, बैंको में खाता एवं लोन के लिए तथा संस्थानों में गेट पास बनवाने में किया जा रहा है। कुछ और लोगों नाम भी सामने आये हैं, जो एजेंट का कार्य करते हुए फोटो एवं डाटा कलेक्ट करके गजेंद्र साहू को देते थे। उन पर भी कारवाई की जाएगी। दर्री पुलिस के द्वारा निर्वाचन कार्यालय से भी जानकारी प्राप्त की जा रही है। पुलिस ने इस प्रकरण में अपराध क्रमांक 269/22 धारा 420, 467, 468, 471 आईपीसी, दर्ज करते हुए आरोपी के कब्जे से 74 नग फर्जी वोटर आईडी, मोबाइल, लैपटॉप, डेस्कटॉप, सीपीयू प्रिंटर, स्कैनर, लेमिनेटर जप्त कर लिया है। उक्त कारवाई में बेच सुश्री लितेश सिंह के नेतृत्व में, थाना दर्री के उपनिरीक्षक इंद्रजीत नायक, प्रधान आरक्षक मोतीलाल पोर्ते, अशोक पांडे, आरक्षक अशोक चौहान, सलीमुद्दीन, गजेंद्र राजवाड़े, लीलाधर चंद्रा, संजय एवम रामेश्वरी कंवर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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