भाजपा को छत्तीसगढ़िया संस्कृति से नफरत क्यों?
छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता जवाब दे वे नितिन नवीन के छत्तीसगढ़िया वाद के विरोध से कितना सहमत है?
रायपुर/ भारतीय जनता पार्टी के सहप्रभारी नितिन नवीन द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाये जाने के विरोध पर प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कड़ी आपत्ति व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी छत्तीसगढ़ के लोगो की आस्था मान सम्मान और स्वाभिमान का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति राज्य के लोगो की भावनाओं से जुड़ी हुई है। नितिन नवीन ने छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का विरोध करके राज्य के लोगो की भावनाओं का अपमान किया है। इसके लिये उन्हें प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिये। छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तो डेढ दशक पहले लग जानी चाहिये थी लेकिन भाजपा ने नहीं लगवाया अब विरोध कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा प्रभारी नितिन नवीन छत्तीसगढ़िया वाद का भी विरोध कर रहे है। भाजपा के छत्तीसगढ़ के नेता बताये वे नितिन नवीन की बात से सहमत है या विरोध में? क्या छत्तीसगढ़ के भाजपा के नेता भी छत्तीसगढ़िया वाद के खिलाफ खड़े है राज्य की जनता के सामने स्पष्ट करें। छत्तीसगढ़ राज्य का गठन ही इसलिए हुआ है कि छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान की पुर्नस्थापना की जा सके, छत्तीसगढ़िया संस्कृति को बढ़ावा दिया जा सके और छत्तीसगढ़िया हितों का संरक्षण किया जा सकें। यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि ये सारे काम राज्य बनने के 18 वर्षों बाद शुरू हो सका है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने प्रदेश में 15 वर्षो तक राज किया, लेकिन छत्तीसगढ़िया हितों का संरक्षण करने के बजाय छत्तीसगढ़ियों के दमन में लगी रही। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री और माटी पुत्र भूपेश बघेल जब छत्तीसगढ़ की कला, संस्कृति, सभ्यता और संस्कार को बढ़ावा देने के साथ राज्य के मूल निवासियों के स्वाभिमान को जगा रहे हैं तो अपने आप भाजपा की पोल खुल रही है, जिससे छत्तीसगढ़ विरोधी मानसिकता के भाजपा नेता और उनके दुमछल्ले तिलमिला रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इसके पहले जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमिक दिवस के दिन श्रमिकों के सम्मान में बोरे बासी खाने का आह्वान प्रदेश की जनता से किया था तब भी भारतीय जनता पार्टी ने बोरे बासी खाने का माखौल उड़ाया था। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से ही लगातार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्य की संस्कृति, तीज त्योहारों, परंपरा स्थानीय बोली भाषा को बढ़ावा देने के लिये प्रयास कर रहे है। तीजा पर छुट्टी, तीजा पोला, हरेली, कमरछठ का मुख्यमंत्री निवास सहित शासकीय स्तर पर आयोजन कर छत्तीसगढ़िया त्योहारों का मान बढ़ाया है। श्री राम वन गमन पथ और माता कौशल्या मंदिर के निर्माण से छत्तीसगढ़ की वैभवशाली आध्यात्मिक परंपरा पुर्नजीवित हुई।
विश्व आदिवासी नृत्य महोत्सव, आदिवासी साहित्य सम्मेलन का आयोजन कर कांग्रेस सरकार ने छत्तीसगढ़ की समृद्ध प्राचीन आदिवासी संस्कृति को देश दुनिया के सामने लाकर गौरवान्वित करने का काम किया है। भाजपा को इस बात की पीड़ा है कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण का जो काम भूपेश बघेल कर रहे वह भारतीय जनता पार्टी 15 साल तक नहीं कर पाई। भाजपा ने राज्योत्सव के आयोजन पर करोड़ों रु. खर्च किया लेकिन तब सलमान खान, करीना कपूर बुलाये जाते थे। भारतीय जनता पार्टी को छत्तीसगढ़ की संस्कृति से इतनी नफरत क्यो है? छत्तीसगढ़ महतारी के मूर्ति को छत्तीसगढ़ के राजधानी में और छत्तीसगढ़ के हर जिले के मुख्यालयों में आज के डेढ दशक पहले लग जानी थी। छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण इसलिये हुआ था कि हमारी जो संस्कृति है हमारी सभ्यता है हमारा छत्तीसगढ़िया पन है वो दिखना चाहिये वो झलकना चाहिये।