Delhi: पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को बनाया गया नेता प्रतिपक्ष, AAP विधायक दल की बैठक में हुआ फैसला

दिल्ली। आम आदमी पार्टी ने  पार्टी मुख्यालय पर विधायक दल की बैठक बुलाई है जिसमें नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लग गई है। आम आदमी पार्टी ने एलान किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता होंगी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल भी इस बैठक में शामिल हुए।

रविवार को पार्टी मुख्यालय पर हुई बैठक में सभी विधायकों ने आतिशी को विधायक दल का नेता चुना। जिसके बाद अब साफ हो गया है कि दिल्ली की पूर्व सीएम आतिशी विधानसभा में विपक्ष के नेता की भूमिका निभाएंगी। गोपाल राय ने इसकी औपचारिक घोषणा कर दी है। उन्होंने कहा कि आज आम आदमी पार्टी के विधायक दल की मीटिंग थी जिसमें विधायकों ने सर्वसम्मति से आतिशी को नेता प्रतिपक्ष के रूप में चुना है।

गोपाल राय ने कहा कि आतिशी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है। उनपर नेता प्रतिपक्ष होने के नाते केजरीवाल सरकार द्वारा किए गए कामों की रक्षा करना और भाजपा द्वारा जनता से किए वादों को पूरा करवाने की जिम्मेदारी होगी।

नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद आतिशी ने कहा, ‘मैं AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और सभी विधायकों का धन्यवाद करती हूं जिन्होंने मुझे नेता प्रतिपक्ष बनाया है। भाजपा ने जो भी वादे किए, विपक्ष के नाते हम उन सभी वादों को पूरा करवाने की जिम्मेदारी निभायेंगे। महिलाओं से वादा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो पहली कैबिनेट मीटिंग में ही उन्हें ₹2,500 हरमहीने देने की गारंटी दी थी, वो हम उन्हें दिलवा कर रहेंगे।’

दिल्ली विधानसभा में पेश होने वाली कैग रिपोर्ट पर दिल्ली की पुर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, “मैंने बतौर मुख्यमंत्री दिल्ली विधानसभा के स्पीकर को कैग रिपोर्ट भेजी थी। ये कैग रिपोर्ट चुनाव से पहले सीलबंद लिफाफे में विधानसभा भेजी गई थी। भाजपा यह भ्रम फैलाने की कोशिश कर रही है कि कैग रिपोर्ट उनकी तरफ से पेश की जा रही है। दिल्ली की जनता में फैलाई जा रही भ्रांति को जनता के सामने लाया जाना चाहिए।”
बता दें कि 24 फरवरी यानी कल सुबह 11 बजे से दिल्ली विधानसभा सत्र शुरू होगा। पहले विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। दोपहर में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। 25 फरवरी को उपराज्यपाल का अभिभाषण होगा। 27 फरवरी को अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव होगा। इसके बाद विधानसभा उपाध्यक्ष का चुनाव होगा। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि होने के कारण सत्र नहीं बुलाया गया है।

पक्ष-विपक्ष में नोकझोंक के आसार
सत्र का तीसरा दिन यानी 27 फरवरी को पक्ष और विपक्ष के बीच नोकझोंक हो सकती है। सदन में उपराज्यपाल वीके सक्सेना के अभिभाषण पर बहस होगी। इसके बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सदन में जवाब देंगी। माना जा रहा है कि विपक्ष पर सत्ता पक्ष सीएजी की रिपोर्ट को आधार बनाकर भ्रष्टाचार का आरोप मढ़ेगा। इसमें हर विभाग से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं का लेखा-जोखा होगा। इधर, आप नेताओं के अनुसार चुनाव के दौरान जितने भी वादे भाजपा ने किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए दबाव बनाया जाएगा। सदन में सवाल पूछे जाएंगे।

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