मुंबई. लता मंगेशकर के निधन से आज पूरा देश गमगीन है। अपनी आवाज के जरिए गीतों में जान फूंकने वाली लता मंगेशकर के निधन के साथ एक स्वर्णीम युग का भी अंत हो गया है। उनकी आवाज का जादू हमेशा देशवासियों पर राज करता रहेगा। उनके निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेन्द्र मोदी ने दुख व्यक्त किया है। उनके निधन पर केंद्र सरकार ने दो दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने ट्वीट में उनके निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुंबई के शिवाजी पार्क पहुंचकर पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दी। यहीं पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। ये इत्तफाक ही है कि जिस गीत ए मेरे वतन के लोगों, ने उन्हें एक नई पहचान दी थी उसको लिखने वाले कवि प्रदीप का आज जन्मदिन भी है। आज ही लता स्वर्ग के लिए प्रस्थान कर गईं।
नरेंद्र भाई ने लता दीदी को प्रणाम किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र भी लता जी को श्रद्धांजलि देने मुंबई पहुंचे। उन्होंने लता जी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद तीनों सेनाओं ने स्वर कोकिला को अंतिम विदाई दी। फिर उनके परिवार के रीति-रिवाज के मुताबिक धार्मिक कर्मकांड पूरे किए गए।
महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, NCP चीफ शरद पवार, पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज ठाकरे, आदित्य ठाकरे, सुप्रिया सुले, पीयूष गोयल, अजित पवार समेत कई राजनेता लता जी के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। इनके अलावा सचिन तेंदुलकर, शाहरुख खान, जावेद अख्तर, रणबीर कपूर और श्रद्धा समेत कई कलाकार और फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हस्तियां उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचीं।
अंतिम यात्रा में शामिल हुए हजारों लोग
इससे पहले, सेना के जवान लता जी के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर घर से बाहर लाए। इसके बाद आर्मी, नेवी, एयरफोर्स और महाराष्ट्र पुलिस के जवानों ने उनकी अर्थी को कंधा दिया। उनका पार्थिव शरीर फूलों से सजे सेना के ट्रक में रखकर शिवाजी पार्क ले जाया गया। मुंबई के हजारों लोग लता ताई को अंतिम विदाई देने सड़कों पर उतर आए। लता जी की पार्थिव देह दोपहर 1.10 बजे ब्रीच कैंडी अस्पताल से उनके घर पहुंची थी।