नशीली दवाइयों के खिलाफ सरगुजा पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। सरगुजा और बिलासपुर संभाग में नशीली दवा की ज्यादातर आपूर्ति करने वाले झारखंड के गढ़वा स्थित केजीएन मेडिकल स्टोर के संचालक आरोपित अतिकुर रहमान(42) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस बार वह खुद नशे के रूप में उपयोग किए जाने वाले कफ सिरप की बड़ी खेप लेकर आया था। इसके साथ ही पांच अन्य ऐसे लोगों को भी पकड़ा गया है जो इसके सप्लायर के रूप में काम करने के साथ खुद भी नशीली दवाइयों का सेवन करते हैं।
सरगुजा पुलिस अधीक्षक अमित कांबले ने बताया कि नवा बिहान नशा मुक्ति अभियान के तहत चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत मंगलवार सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि गढ़वा का एक व्यक्ति नशीला कफ सिरप लेकर बस से शंकरघाट खनिज बेरियर के पास उतरा है। इस सूचना पर पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी कर पकड़ लिया। जब पूछताछ हुई तो पता चला कि आरोपित अतिकुर रहमान है और गढ़वा में उसकी दवा की दुकान है। इसी की आड़ में वह नशीला कफ सिरप,टेबलेट,इंजेक्शन आदि की बिक्री किया करता था। उसका सप्लाई चेन न सिर्फ सरगुजा संभाग तक बल्कि बिलासपुर संभाग के कई जिलों तक था। उसके कब्जे से 50 हजार रुपये मूल्य का नशीला कफ सिरप भी बरामद किया गया है। कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में निरीक्षक भारद्वाज सिंह, दिलबाग सिंह, अलरिक लकड़ा, उप निरीक्षक सरफराज फिरदौसी, प्रमोद पांडेय, एएसआई अजीत मिश्रा, राजेश्वर महंत, आरक्षक मंटू गुप्ता, कुंदन सिंह, शिव राजवाड़े,विमल कुमार,शहबाज अंसारी सक्रिय रहे
आरोपित अतिकुर रहमान ने पूछताछ में 16 ऐसे लोगों का नाम बताया जो खुद नशीली दवाइयों का न सिर्फ सेवन करते है बल्कि आरोपित से खरीद कर नशेड़ियों की बिक्री भी किया करते है। इनमें से पांच आरोपित कतकालो निवासी रवि कुमार राजवाड़े 25 वर्ष, मोमिनपुरा निवासी मो. असलम 38 वर्ष, बरियों निवासी विकास दास उर्फ मुन्ना 20 वर्ष, बहेराडीह लुंड्रा निवासी मो. आरिफ खान 36 वर्ष तथा नमनाकला निवासी रंजीत चौधरी 24 वर्ष शामिल है। शेष आरोपितों की खोजबीन भी शुरू कर दी गई है।
नशीली दवा के कारोबार पर 70 फीसद था कब्जा-
एसपी अमित कांबले ने बताया कि इसके पहले तक जितने लोगों को नशीली दवाइयों के साथ पकड़ा गया है वे पूछताछ में गढ़वा निवासी अतिकुर रहमान के पास से ही नशीली दवा खरीद कर लाना बताते थे। पिछले दिनों बतौली और अंबिकापुर पुलिस द्वारा राहुल गुप्ता और छोटू नामक आरोपितों को पकड़ा गया था, उनके कब्जे से जो नशीली कफ सिरप बरामद किया गया था इन दोनों ने भी गढ़वा के मेडिकल स्टोर से ही नशीली दवाइयों को खरीद कर लाया था। पुलिस का अनुमान है कि नशीली दवा के अवैध कारोबार में आरोपित अतिकुर रहमान का लगभग 70 फीसद कब्जा था।
पुलिस की कार्रवाई के बाद बढ़ जाता है दाम-
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब-जब नशीली दवा की बड़ी खेप जब्त की जाती है या आरोपित पकड़े जाते है तो इस अवैध कारोबार में संलिप्त लोग माहौल बनाकर चार से पांच रुपये की नशीली इंजेक्शन को डेढ़ हजार रुपये तक में बिक्री करने लगते है। ऐसे लोगों पर भी पुलिस की नजर है।
सरगुजा व बिलासपुर संभाग की आपूर्ति चेन को तोड़ाः एसपी
सरगुजा पुलिस अधीक्षक अमित कांबले ने कहा कि गढ़वा के मेडिकल स्टोर संचालक की गिरफ्तारी से हमने सरगुजा व बिलासपुर संभाग में नशीली दवाइयों की आपूर्ति चेन को तोड़ने में सफलता हासिल की है। जब तक कोई नया इस अवैध कारोबार में शामिल नहीं होता तब तक नशीली दवाइयों की आपूर्ति संभव ही नहीं हैं। अब तक जितनी भी कार्रवाई हुई, सभी में गढ़वा के इसी मेडिकल स्टोर संचालक का नाम सामने आता था।











