राजस्थान। बाड़मेर जिले झोलाछाप डॉक्टर के इलाज के कारण एक मासूम लड़की की मौत हो गई। मामला मीठे का तला गांव का है। बताया जा रहा है कि एक लड़की को बुखार आ रहा था और वह गांव के झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पहुंची तो डॉक्टर ने कहा कि ड्रिप लगानी पड़ेगी। झोलाछाप डॉक्टर ने लगातार लड़की को तीन ड्रिप लगाई। पहली ड्रिप लगाने तक ठीक थी दूसरी व तीसरी ड्रिप लगाने बाद वह बेहोश हो गई। इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने हाथ खड़े कर दिए और बोला बाड़मेर जिला अस्पताल लेकर जाओ।
परिजन लड़की को लेकर बाड़मेर जिला अस्पताल पहुंचे जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आक्रोशित परिजनों ने शव को झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर रखकर हंगामा किया। मामले की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी ने तरह मामले को शांत कराया। धनाऊ थाना पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं मासूम लड़की की मौत के बाद झोलाछाप डॉक्टर क्लिनिक बंद कर मौके से फरार हो गया।
पीड़ित परिजनों का कहना है कि पिछले 10-12 साल से झोलाछाप डॉक्टर अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन कर रहा है और 1 साल पहले भी इसी डॉक्टर ने एक मासूम की जान ले ली थी। इसके बाद प्रशासन ने उसके क्लीनिक सीज किया था लेकिन कुछ समय बाद उसने फिर से इस अवैध क्लीनिक को वापस शुरू कर दिया और आज फिर मासूम की जान ले ली। परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग की हैं।