नई दिल्ली।
देश में कोरोना महामारी में दूसरी लहर के मुकाबले तीसरी लहर में औसतन अस्पतालों में बेड खाली पड़े हैं। भारतीय स्टेट बैंक की रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक देश के महानगरों में मौजूदा कोरोना लहर में खाली बेड 79 से 94 फीसदी, दूसरी लहर में ये 21 फीसदी तक पहुंची थी। आंकड़ों के मुताबिक, तीसरी लहर में दिल्ली में 82 फीसदी बेड खाली हैं। वहीं पिछली लहर में सिर्फ 32 फीसदी बेड ही खाली रहते थे। मुंबई में दूसरी लहर के 21 फीसदी खाली बेड के मुकाबले इस बार ये संख्या 85 फीसदी है। पश्चिम बंगाल की बात की जाए तो वहां ये आंकड़ा दूसरी लहर के 70 फीसदी के मुकाबले तीसरी लहर में 94 फीसदी है।
चेन्नई में 30 फीसदी के मुकाबले 79 फीसदी और बंगलुरू शहरी इलाके में ये संख्या 63 फीसदी के मुकाबले 93 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक इससे साफ पता चलता है कि भारत की तैयारी कोरोना महामारी की इस लहर से निपटने के लिए काफी इस बार काफी बेहतर है। इसके अलावा शोध में ये भी पता चला है कि कोरोना के मामले ज्यादातर 30-39 उम्र वर्ग के लोगों के बीच में देखने को मिल रहे हैं। वहीं अधिकतम मौत के आंकड़े 60 से 69 आयु वर्ग के लोगों में देखे गए हैं। इन आंकड़ों का आधार मुंबई के मामलों को माना गया है।
दुनियाभर में औसतन 54 दिन में पीक
ग्लोबल ट्रेंड के हिसाब से 54 दिन में ओमिक्रॉन की लहर पीक पर पहुंची। औसतन पिछली लहर के मुकाबले ओमिक्रॉन के मामले में पीक पर 3.3 गुना ज्यादा मामले हो गए थे। इसका असर सबसे ज्यादा अमेरिका में देखने को मिला है जहां पिछली लहर के शिखर के मुकाबले 6.9 गुना ज्यादा मामले देखे गए। फ्रांस में ये आंकड़ा 4.4 गुना हो गया। हालांकि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन के शिखर पर 1.4 गुना और ब्राजील में पिछली लहर के मुकाबले ही मामले देखने को मिले हैं। ओमिक्रॉन के पीक पर पहुंचने में अमेरिका में 78 दिन, फ्रांस में 72, दक्षिण अफ्रीका में 22 और ब्राजील में 16 दिन लगे।
जांच बढ़ते ही कोरोना के मामलों में उछाल
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से 17 जनवरी को राज्यों को जांच बढ़ाने के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी। इसका असर नजर आने लगा है। दरअसल, पांच दिनों से संक्रमण में लगातार कमी आ रही थी। लेकिन बुधवार को इसमें करीब 19 फीसदी का इजाफा हुआ तथा करीब नए संक्रमण में पहले दिन की तुलना में करीब 45 हजार की बढ़ोतरी हुई है। भारत में अब तक कुल 37901241 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं जिनमें से 35583039 स्वस्थ हो चुके हैं तथा 487202 की मृत्यु हो चुकी है।
पैर पसार रहा ओमिक्रॉन
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में संक्रमण में भले ही कमी आई हो लेकिन अब ओमिक्रोन राज्यों में पैर पसार रहा है, इसलिए कुल संक्रमण बढ़ रहा है। इस महीने के आखिर तक यह स्थिति जारी रहने की आशंका भी व्यक्त की गई है। उसके बाद ही संक्रमण में कमी होने का अनुमान है।