महासमुंद. आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह आरोप लगाया कि पटेवा के आदिम जाति कन्या छात्रावास में 26 जनवरी को तिरंगा उतारते समय हादसे की शिकार हुई बच्ची स्वः किरण दिवान के परिजनो को शासन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई भी राशि प्रदान नही की गई है। एक लाख रू मात्र का चेक जो की बीमा कंपनी ने छात्र बीमा की एवज में प्रदान किया है। उसी राशि का चेक बस घर वालो को दिया गया है,जबकि कलेक्टर एंव मुख्यमंत्री द्वारा पांच लाख कि सहायता राशि तत्काल देने की घोषणा किया गया था। अधिकारियों से बात करने पर पता चला कि राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत् मिलने वाली 4 लाख की राशि प्राकृतिक आपदा से मृत हुए व्यक्ति को हि मिलता है।
जिसके फलस्वरूप इस बच्ची के परिवार को यह सहायता राशि मिल ही नही सकती है। इस तरह प्रशासन द्वारा बच्ची के परिवार को गुमराह मे रखा जा रहा है,जिसको लेकर गॉव वालो मे भारी आक्रोश है इसी तरह प्रशासन द्वारा तत्कालिक कार्यवाही करते हूए इस घटना के लिए हॉस्टल अधिक्षिका को निलमबिंत कर एफ.आई.आर दर्ज करा दिया गया,जबकि इस घटना के लिए असली जिम्मेदार विघुत विभाग है,जिन्होने छात्रावास के अंदर डेडलाईन तार पर विघुत प्रवाह जारी रखा,जिसका कोई उपयोग नही था,जिसके लिए कई बार अधिक्षिका द्वारा विघुत विभाग को पत्र लिखा गया था लेकिन उन्होने कोई कार्यवाही नही की थी,आम आदमी पार्टी मांग करती है कि विघुत विभाग के आला अफसरो के विरूध्द एफ.आई.आर दर्ज कि जावंे।
आज आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष भूपेन्द्र चन्द्राकर एंव विधानसभा प्रभारी संजय यादव ने बच्ची के परिवार जनो से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त किया,जहा पर उपरोक्त विषय को लेकर परिवार एंव गॉव वालो ने भारी आको्रश व्यक्त करते हुए कहॉ-हमारे गॉव की बच्ची तिरंगा झंडा को थामे हुए शहीद हो गई,अतःसरकार उन्हे शहीद की उपाधि प्रदान करें तथा उसी कन्या छात्रावास या उसके विघालय में जहा वह पढती थी उनके याद मे उनकी मुर्ति स्थापित करें,आम आदमी पार्टी ने उनके मांगो का समर्थन करते हूए कहा कि शासन प्रशासन बच्ची के परिवार को 50 लाख रूपये की मुवावजा राशि प्रदान कर उनकी मुर्ति स्थापित करें यहि उनको सच्ची श्रध्दांजलि होंगी।