जशपुर: छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ठंड का कहर देखने को मिल रहा है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में पिछले दो दिनों से शीतलहर चलने का व्यापक असर जशपुर सहित पूरे सरगुजा संभाग पर भी दिखा है। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होते ही न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में दो दिनों दिनों में न्यूनतम तापमान में 6.4 डिग्री की रिकार्ड गिरावट आई है।

शनिवार को शहर का न्यूनतम तापमान 6.8 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं शनिवार को भी सुबह से ठंडी हवा चल रही है। इधर मौसम विभाग ने कल से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई है। इसके कारण 15 और 16 फरवरी को उत्तरी छत्तीसगढ़ में फिर से बादलों के डेरा जमाने के साथ ही तापमान में वृद्वि होने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञानी एएम भट्ट ने बताया कि अभी ठंड का असर कुछ और दिनों तक बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ की लगातार सक्रियता के कारण ठंड का प्रभाव बना हुआ है।
फरवरी में बिछी बर्फ की सफेद चादर
दिसंबर और जनवरी माह में सरगुजा संभाग के न्यूनतम और अधिकतम तापमान अक्सर सामान्य से नीचे चला जाता है लेकिन लगातार मौसम में उतार चढ़ाव के कारण फरवरी में ऐसा हुआ है कि न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया है। शनिवार को अंबिकापुर का अधिकतम सामान्य से 6 और न्यूनतम 4 डिग्री नीचे पहुंच गया। इसके असर से शहर और इसके आसपास के इलाके में बर्फ की सफेद महिन चादर बिछी। फरवरी माह के पहले पखवाड़े के अंतिम दिनों में मौसम के इस बदलते हुए तेवर से लोग हैरान हैं। वहीं मरीज,बुजुर्ग और बच्चों की सेहत पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है।











