Health: अगर आप पूरे दिन एनर्जेटिक रहना चाहते हैं, तो आपको अपने दिन की शुरुआत उसी उत्साह और एनर्जी के साथ करनी चाहिए। इसके लिए, अगर आप सुबह उठने के बाद 20 से 30 मिनट तक योग करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए कुछ आसान योगा पोज़ के बारे में जानते हैं। सुबह उठने के बाद चाइल्ड पोज़ करना भी एक बहुत अच्छा ऑप्शन है। यह पोज़ जांघों, रीढ़ की हड्डी, कूल्हों और टखनों को स्ट्रेच करने के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह पेट पर हल्का दबाव भी डालता है, जो डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए फायदेमंद हो सकता है।खेल को बरा पोज़ को भुजंगासन भी कहा जाता है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह कंधों, फेफड़ों, छाती और पेट के निचले हिस्से को भी स्ट्रेच करता है। आप इसे अपनी रोज़ाना की सुबह की रूटीन में शामिल कर सकते हैं। कोबरा पोज़ को भुजंगासन भी कहा जाता है। यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाने में मदद कर सकता है। यह कंधों, फेफड़ों, छाती और पेट के निचले हिस्से को भी स्ट्रेच करता है। आप इसे अपनी रोज़ाना की सुबह की रूटीन में शामिल कर सकते हैं। पोज़ है। यह कंसंट्रेशन बढ़ाने और बैलेंस बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। यह घुटनों को मजबूत बनाने और कूल्हे के जोड़ों को फ्लेक्सिबल रखने में भी मदद कर सकता है। इस पोज़ में 1 से 2 मिनट तक रहें और फिर नॉर्मल पोज़िशन में आ जाएं। ट्री पोज़ (वृक्षासन) एक बहुत ही आसान पोज़ है। यह कंसंट्रेशन बढ़ाने और बैलेंस बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। यह घुटनों को मजबूत बनाने और कूल्हे के जोड़ों को फ्लेक्सिबल रखने में भी मदद कर सकता है। इस पोज़ में 1 से 2 मिनट तक रहें और फिर नॉर्मल पोज़िशन में आ जाएं। पद्मासन (लोटस पोज़) करने से आपको स्ट्रेस मैनेज करने में मदद मिल सकती है। यह मन को शांत करने और कंसंट्रेशन बढ़ाने के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिससे आपको बेहतर महसूस होगा। सुबह के समय शोर कम होता है। इसलिए, इस पोज़ को शांत जगह पर करना सबसे अच्छा रहेगा। पद्मासन (लोटस पोज़) का अभ्यास करने से आपको स्ट्रेस मैनेज करने में मदद मिल सकती है। यह मन को शांत करने और कंसंट्रेशन बेहतर बनाने के लिए फायदेमंद हो सकता है, जिससे आपको बेहतर महसूस होगा। चूंकि सुबह के समय शोर कम होता है, इसलिए इस पोज़ का अभ्यास शांत जगह पर करना सबसे अच्छा है।सुबह उठने के बाद ताड़ासन (माउंटेन पोज़) का अभ्यास करना भी फायदेमंद हो सकता है। यह शरीर को स्ट्रेच करता है और पैरों को मजबूत बनाता है। यह पोज़ स्ट्रेस को कंट्रोल करने और कंसंट्रेशन बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है। यह रीढ़ की हड्डी के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। सुबह उठने के बाद ताड़ासन (माउंटेन पोज़) का अभ्यास करना भी फायदेमंद हो सकता है। यह शरीर को स्ट्रेच करता है और पैरों को मज़बूत बनाता है। यह पोज़ तनाव को कंट्रोल करने और एकाग्रता को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकता है। यह रीढ़ की हड्डी के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।











