बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए असरदार हैं ये चीजें, एक बार अजमाकर तो देखिए

खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से हमारा शरीर कई बीमारियों की चपेट में आ जाता है। इन्हीं बीमारियों में से एक यूरिक एसिड का लेवल सामान्य से बढ़ जाना है। युवा भी तेजी से इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। सामान्य तौर पर शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाने से हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं जिसका असर किडनी पर पड़ता है। ऐसे में आप दवाओं के अलावा कुछ चीजों का सेवन करके यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं।

कॉफी

शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल करने में कॉफी काफी मददगार होता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक कॉफी पीने से किडनी सही तरीके से काम करती है जिसकी वजह से यूरिक एसिड यूरिक एसिड कंट्रोल में रहता है।

चुकंदर

चुकंदर यानी बीटरूट सेहत के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। ये शरीर को कई तरह से लाभ पहुंचाता है। इसको डाइट में शामिल करने से किडनी के फिल्टर की क्षमता बढ़ जाती है। चुकंदर में कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, विटामिन्स और क्लोरीन जैसी कई चीजें भरपूर मात्रा में होती हैं जोकि ये सभी चीजें यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने में असरदार होते हैं।

अधिक से अधिक पानी का सेवन करें

यूरिक एसिड से पीड़ित मरीज यदि पानी का सेवन अधिक मात्रा में करेंगे तो ये आपके यूरिक एसिड के लेवल कंट्रोल करने में मदद करेगा। अधिक मात्रा में पानी का सेवन करने से शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करती है।

संतरे के जूस का करें सेवन

बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल करने के लिए संतरे का जूस काफी मदद करता है। रोजाना इसको पीने से यूरिक एसिड का लेवल नियंत्रित रहता है साथ ही गठिया की समस्या भी नहीं होती है।

इन कारणों की वजह से शरीर में यूरिक एसिड बढ़ता सकता है

आपके बॉडी में यूरिक एसिड तब बढ़ता है जब किडनी यूरिक एसिड को सही तरह से शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती है।

कारण –

वजन बढ़ना
डायबिटीज
शराब का अधिक सेवन करना
एक्सरसाइज न करना
हेवी, कार्बोनेडेट फूड और ड्रिंक्स पीना
किडनी की बीमारी होना
ज्यादा नॉन वेज और देर से पचने वाला खाना खाना
सोने-जागने का कोई रूटीन नहीं होना
हाई यूरिक एसिड के लक्षण –

यदि आपके शरीर में यूरिक एसिड बढ़ रहा है तो आपको शुरुआत में इसका कुछ पता नहीं चलेगा, लेकिन बाद में गाउट यानी किडनी स्टोन जैसी समस्या हो सकती है।

इनके लक्ष्ण हैं इस प्रकार हैं

जोड़ों में दर्द, अकड़न, सूजन
चलने-फिरने में दिक्कत
जोड़ों का शेप बदलना
किडनी स्टोन
लोअर बैक, साइड, पेट में दर्द होना
जी मिचलना, उल्टी होना
बार-बार यूरिन जैसा लगना
यूरिन से खून, बदबू आना या दर्द होना
Disclaimer: यह जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर लिखी गई है। इनके इस्तेमाल से पहले चिकित्सक का परामर्श जरूर लें।

 

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