कोरोना काल में अनाथ बच्चों को सौगात, पीएम केयर्स फंड से होगी शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था

नई दिल्लीः पीएम मोदी ने कोरोना काल के दौरान अनाथ हुए बच्चों को बड़ी सौगात दी है। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत आज उन्होंने स्कॉलरशिप ट्रांसफर की। पीएम केयर्स फंड के जरिए बच्चों की पढ़ाई और स्वास्थ्य के देखभाल की पूरी व्यवस्था की गई है। ऐसे बच्चों के लिए अंत्योदय योजनाओं के जरिए हर महीने चार हजार रुपए महीने की व्यवस्था की गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि “आज जब हमारी सरकार अपने 8 वर्ष पूरे कर रही है तो देश का आत्मविश्वास, देशवासियों का खुद पर भरोसा अभूतपूर्व है। भ्रष्टाचार, हजारों करोड़ के घोटाले, भाई-भतीजावाद, देशभर में फैल रहे आतंकी संगठन, क्षेत्रीय भेदभाव, जिस कुचक्र में देश 2014 से पहले फंसा हुआ था उससे बाहर निकल रहा है।”

उन्होंने कहा कि नकारात्मकता के उस माहौल में भारत ने अपने सामर्थ्य पर भरोसा किया। हमने अपने वैज्ञानिकों, डॉक्टर्स, अपने युवाओं पर भरोसा किया और, हम दुनिया के लिए चिंता नहीं बल्कि उम्मीद की किरण बनकर निकले। हम समस्या नहीं बने बल्कि हम सॉल्यूशन देने वाले बने। हमने दुनिया भर के देशों को दवाइयां भेंजी, वैक्सीन्स भेजीं। अपने इतने बड़े देश में भी हम हर एक नागरिक तक वैक्सीन लेकर गए। निराशा के बड़े से बड़े माहौल में भी अगर हम खुद पर भरोसा करें तो प्रकाश की किरण अवश्य दिखाई देती है। हमारा देश तो खुद ही इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बढ़ाकर हमारी सरकार ने गरीब को उसके अधिकार सुनिश्चित किए हैं। अब गरीब से गरीब को भरोसा है कि सरकार की योजनाओं का लाभ उसे मिलेगा, निरंतर मिलेगा। इस भरोसे को बढ़ाने के लिए ही हमारी सरकार अब शत प्रतिशत सशक्तिकरण का अभियान चला रही है।

पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन
• कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को 18 साल से 23 साल तक स्टाइपेंड मिलेगा
• ऐसे बच्चे जब 23 साल के होंगे तो 10 लाख रुपए और मिलेंगे
• बच्चों को आयुष्मान कार्ड दिया जा रहा है, इससे 5 लाख तक का इलाज मुफ्त मिलेगा
• अंत्योदय योजनाओं के जरिए हर महीने चार हजार रुपए महीने की व्यवस्था
• बच्चों की अबाधित पढ़ाई के लिए उनके घर के पास ही सरकारी या प्राइवेट स्कूल में एडमिशन
• बच्चों के लिए हेल्पलाइन, बच्चे मनोवैज्ञानिक विषयों पर सलाह ले सकते हैं

पीएम मोदी ने कहा कि “मैं जानता हूं कोरोना की वजह से जिन्होंने अपनों को खोया है, उनके जीवन में आया ये बदलाव कितना मुश्किल है। हर दिन का संघर्ष, हर दिन की तपस्या। आज जो बच्चे हमारे साथ हैं, जिनके लिए ये कार्यक्रम हो रहा है, उनकी तकलीफ शब्दों में कहना मुश्किल है।”

पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन कोरोना प्रभावित बच्चों की मुश्किलें कम करने का एक छोटा सा प्रयास है, जिनके माता और पिता, दोनों नहीं रहे। इसके तहत रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है। अगर किसी को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए, हायर एजुकेशन के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा, तो उसमें भी मदद की जाएगी

इस फंड ने कोरोनाकाल के दौरान अस्पताल तैयार करने में, वेंटिलेटर्स खरीदने में, ऑक्सिजन प्लांट्स लगाने में भी बहुत मदद की। इस वजह से कितने ही लोगों का जीवन बचाया जा सका, कितने ही परिवारों का भविष्य बचाया जा सका।

 

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