रायपुर. ट्रेनों से गांजा परिवहन खासकर ओड़ीसा से चलने वाली ज़्यादातर ट्रेनों से गांजे के परिवहन की शिकायते मिलने पर महानिदेशक रेलवे सुरक्षा बल, नई दिल्ली के द्वारा इस गांजे परिवहन के खिलाफ अभियान चलाने का आदेश दिया गया था. महानिदेशक अमिय नन्दन सिन्हा के निर्देशन मे द पू म रेल्वे के तीनों मंडलों में एक साथ दिनांक 1 जून से 30 जून तक रेलवे के माध्यम से अवैध रूपसे गांजे जैसे मादक पदार्थों का परिवहन करने वालों के खिलाफ ऑपरेशन नारकोस के नाम से विशेष अभियान चलाया गया. हालांकि इस कार्रवाई में आधे से ज्यादा गांजा रायपुर रेल मंडल की आरपीएफ ने पकड़ा है.
इस अभियान को सफल बनाने के लिए ज़ोनल मुख्यालय के अधीन अपराध शाखा की सात टीमे एवं तीनों मंडलों से 12 टीमों ने उत्साह एवं सजगता के साथ इस अभियान को सफल बनाया. यह अभियान दपूम रेलवे के सम्पूर्ण क्षेत्र मे सभी स्टेशनो एवं ट्रेनों की गहन जांच करते हुए ब्रिजराजनगर से नागपुर तक, बिलासपुर से कटनी तक एवं अन्य सभी ब्रांच लाइननो में चलाया गया.
इस ऑपरेशन नारकोस के दौरान दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रेलवे के माध्यम से अवैध रूप से गांजे जैसे मादक पदार्थों का परिवहन करने के कुल 9 मामले रेसूब द्वारा पकड़े गए. जिनमें गांजे का अवैध परिवहन करने वाले 9 आरोपियों को सजग रेसूब के द्वारा गिरफ्तार किया गया. इन 9 आरोपयियों से एक क्विटल से भी अधिक कुल 110.8 किलो गांजा बरामद किया गया. बरामद गांजे की अनुमानित कीमत 5,84,000/- रुपये आंकी गई है.
रायपुर रेल मंडल ने पकड़ा 68 किलो गांजा
आंकड़ों के मुताबिक रायपुर रेल मंडल की आरपीएफ ने इस दौरान कुल 3 गांजा तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की. इसमें 68 किलो 800 ग्राम गांजा जब्त किया गया है. जिसकी कुल कीमत करीब 3.50 लाख रुपए आंकी गई है.