नक्सलियों के धमकी से पत्रकारों में आक्रोश, आंदोलन की राह में पत्रकार

बीजापुर। पत्रकारों के खिलाफ नामजद धमकी भरे पर्चे को लेकर बीजापुर जिले के पत्रकारों ने कृत्य की कड़े शब्दों में निंदा की है। नक्सलियों के पश्चिम बस्तर डिवीजन के हवाले से जारी कथित पर्चे की तस्दीक कर सच्चाई सामने लाने पत्रकार चरणबद्ध आंदोलन करेंगे। यह निर्णय शुक्रवार को पत्रकार भवन में आहूत जिला स्तर पत्रकारों की बैठक में लिया गया है।

इस दौरान पर्चे की तस्दीक में पर्चा असल में नक्सलियों का है या किसी शरारती तत्व की करतूत, इसकी सच्चाई सामने लाने के साथ कृत्य के विरोध में आगामी रविवार 6 फरवरी को भोपालपट्टनम ब्लाक मुख्यालय में एक दिनी सांकेतिक धरना प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है, इसके अलावा प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न पत्रकार संघ-संगठनों के माध्यम से इस कृत्य की निंदा करते निंदा पत्र भी जारी करवाया जाएगा। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय भी लिया गया कि पर्चा नक्सलियों की तरफ से जारी किया गया है या नहीं, इसकी जबाबदेही माओवादियों की होगी ।

 


जिसके लिए दो दिन का अल्टीमेटम नक्सल संगठन को दिया जाएगा, वही लगातार पत्रकारों को नक्सलियों द्वारा अपने निशाने पर लिए जाने और पूरे वाकये की तह तक जाने पत्रकारों का एक डेलिगेशन जिसमे बीजापुर के अलावा दंतेवाड़ा और सुकमा के कुछ चुनिंदा पत्रकार शामिल होंगे, नक्सल संगठन की केंद्रीय कमेटी से वार्तालाप के लिए उनके मांद में जायेगा।

पत्रकारों का मानना है कि दक्षिण बस्तर में पत्रकारिता के लिए माहौल अनुकूल नही है, कभी सरकार, कभी पुलिस और कभी नक्सली पत्रकारों को अपना निशाना बना रहै है, ऐसी तमाम परिस्थितियों, मुद्दों को लेकर पत्रकारों को अब उग्र विरोध के साथ नक्सलियों से आमने सामने वार्ता के लिए बाध्य होना पड़ रहा है, जिसके जिम्मेदार खुद नक्सली भी है। पत्रकार और पत्रकारिता महफूज रहे इसलिए अपने अधिकारों के लिए इस दफा पत्रकार पूरे मामले को लेकर नक्सलियों के मांद में जाकर उनसे सवाल करेगा।

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